प्यारे बच्चों

कल सपने में देखा -मैं एक छोटी सी बच्ची बन गई हूं । तुम सब मेरा जन्मदिन मनाने आये हो । चारों ओर खुशियाँ बिखर पड़ी हैं ,टॉफियों की बरसात हो रही है । सुबह होते ही तुम में से कोई नहीं दिखाई दिया ।मुझे तो तुम्हारी याद सताने लगी ।

तुमसे मिलने के लिए मैंने बाल कुञ्ज के दरवाजे हमेशा के लिए खोल दिये हैं। यहाँ की सैर करते समय तुम्हारी मुलाकात खट्टी -मीठी ,नाटी -मोती ,बड़की -सयानी कहानियों से होगी । कभी तुम खिलखिला पड़ोगे , कभी कल्पना में उड़ते -उड़ते चन्द्रमा से टकरा जाओगे .कुछ की सुगंध से तुम अच्छे बच्चे बन जाओगे ।

जो कहानी तुम्हें अच्छी लगे उसे दूसरों को सुनाना मत भूलना और हाँ ---मुझे भी वह जरूर बताना ।
इन्तजार रहेगा ----! भूलना मत - -

बुधवार, 26 अक्तूबर 2022

बाल कहानी प्रतियोगिता


पुरस्कार व प्रमाणपत्र आयोजन 

विजेताओं की  खुशखबरी तो मुझे पहले ही मिल गई थी। पर कल श्री किरौला जी का संदेश मिला कि  शुक्रवार 28 अक्टूबर 2022 सायं 7 बजे गूगल मीट पर आयोजित कहानी कार्यशाला में गंगा अधिकारी स्मृति कहानी प्रतियोगिता के पुरस्कार व प्रमाण पत्र दिए जाने हैं।  इससे मेरी खुशी दुगुनी  हो गई। 

    एक बार फिर  शैलेंद्र जी, सुधा जुगरान जी, निधि जी, नीना जी, उषा जी, हरीश जी व डा लता जी आप सभी को बहुत बहुत बधाई। किरौला जी का बहुत बहुत शुक्रिया जिनके कारण बच्चों का चहुंमुखी विकास हो रहा है और बालसाहित्यकारों के उत्साह की सीमा नहीं। 


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