प्रकाशन विभाग
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय
भारत सरकार
प्रथम संस्करण -2025
मूल्य रुपये 75
उड़क्कू की जीत बाल उपन्यास आश्चर्य भरे पड़ावों से गुजरती एक ऐसी यात्रा है जिसका सम्बंध पुराने समय से आज तक चला आ रहा है। उड़क्कू के सुनहरे दिन बड़े रोमांचक व साहस से भरे थे। एक समय था जब वह दिलों पर राज करता था। पर धीरे -धीरे लोग उससे दूर होते गए। भावनाओं , संवेदनाओं के अभाव में मोबाइल पर हाय -हेलो होने लगी और प्यार भरे रिश्तों में रूखापन आ गया। दुख की बदली छाने पर भी उड़क्कू ने हिम्मत नहीं हारी।अंत में अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने में सफल ही रहा।
अब यह उड़क्कू कौन है !यह तो पूरी तरह से तभी पता लगेगा जब प्यारे बच्चे उपन्यास के पृष्ठ पलटते हुए उसकी उड़ान में शामिल हो जाएँगे । आशा है उड़क्कू के साथ अपनी उड़ान भरते समय मेरे बाल पाठक उमंग व उत्साह के झरोखों से झाँकते मिलेंगे।
जैसे ही उपन्यास हाथ लगा आवरण ने मन जीत लिया। अंदर की चित्र सज्जा,फॉन्ट का आकार बालमन के अनुरूप है। कागज की गुणवत्ता भी उत्तम है। इसके लिए प्रकाशन विभाग की पूरी टीम का बहुत बहुत धन्यवाद ।
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